Best 10 places to visit in Mumbai during Ganesh Chaturthi
header ads

Best 10 places to visit in Mumbai during Ganesh Chaturthi

गणेश चतुर्थी आते ही मन में एक ही नाम आता है "मुंबई"
मुंबई में गणेश चतुर्थी की सबसे ज्यादा रौनक देखने को मिलती है, इसे मुंबई का राष्ट्रीय त्यौहार कहना भी गलत नहीं होगा।
मुंबई में लालबागचा राजा, मुंबई चा राजा जैसे कई बड़े गणपति पंडाल देखने को मिलते है, जहां हर साल बप्पा के दर्शन के लिए लाखों का जन सैलाब उमड़ता है, मुंबई के गणपति पंडालों की भव्यता और दिव्यता देखते ही बनती है।


10. सिद्धिविनायक टेंपल (1801)


1801 में निर्मित यह भगवान गणेशजी को समर्पित, यह मंदिर गणेश चतुर्थी के दौरान विजिट करने के लिए बेस्ट जगह है। इस मंदिर में समाज के लगभग सभी संप्रदायों के लोग बप्पा के दर्शन के लिए आते हैं। अपनी अद्रित्य वास्तुकला के साथ अद्भुत अष्टविनायक भगवान श्री गणेशजी यहां विराजमान है, जिनके दर्शन चतुर्थी पर अति दुर्लभ है, इस लिए आप यहां भी जरूर जाए।

इस मंडल में रोज विजिट में आने वाले श्रद्धालुओ की संख्या : 30 हजार
Location: Prabhadevi, Mumbai

9. परेल चा राजा (1947)

1947 में सामान्य मिल मजदूरों द्वारा स्थापित यह मंडल जिसे परेलचा राजा भी कहा जाता है, यह मुंबई में सबसे प्रसिद्ध और पुराने गणपति मंडलों में से एक है जो हर साल अपनी असाधारण मूर्तिओ के लिए प्रसिद्ध है, यह मंडल इस वर्ष 77वां गणेशउत्सव पर्व मना रहा है। यह मंडल 10 से 12 दिनों के लिए उत्सव का आयोजन करता है। 

इस मंडल में रोज विजिट में आने वाले श्रद्धालुओ की संख्या : 2 लाख 50 हजार
Location: Parel, Mumbai

8. सह्याद्रि क्रीड़ा मंडल, (1977)

1977 में एक छोटे से खेल क्लब द्वारा मुंबई के तिलक नगर में सह्याद्रि क्रीड़ा मंडल सार्वजनिक गणेश उत्सव की स्थापना हुई। 1980 में, मंडल को काफी लोकप्रियता मिली, यह मंडल अपने सजावट से भरपूर भव्य सेट के लिए प्रसिद्ध है। इस साल यह मंडल अपने 46 वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। यह पंडाल भी मुंबई में काफी लोकप्रिय और प्रसिद्ध है।

इस मंडल में रोज विजिट में आने वाले श्रद्धालुओ की संख्या : 3 लाख
Location : Tilak Nagar, chembur, Mumbai

7. फोर्ट चा इच्छापूर्ति गणेश (1956)

1956 में संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन के सुधारकों द्वारा स्थापित यह सीएसएमटी क्षेत्र में सार्वजनिक गणेश मंडल में से एक है। इस मंडल की विशेषताओं में मंडल की अनोखी थीम और स्थापनाएं हैं, इस मंडल की मूर्ति हमेशा 9 फीट की होती है जिसे एक भाग्यशाली संख्या माना जाता है। मूर्ति की संरचना प्रति वर्ष एक जैसी ही रखी जाती है, पर मूर्ति के सिंहासन को प्रतिवर्ष बदल दिया जाता है।

इस मंडल में रोज विजिट में आने वाले श्रद्धालुओ की संख्या : 3 लाख 50 हजार
Location: Fort, Mumbai

6. खेतवाड़ी चा गणराज (1959)

यह मुंबई का प्रसिद्ध पंडाल है, पंडाल की सबसे खास बात यहां की गणेश जी की मूर्ति का विशाल कद है। प्रति वर्ष बप्पा की प्रतिमा का आकार एक जैसा ही होता है। यहां गणपति बप्पा को सोने और हीरों आभूषणों से सजाया जाता है। जो देखने में मनमोहक और आकर्षक लगता है। इस पंडाल की भव्यता और वैभव का अंदाजा लगाया नहीं जा सकता, इसे रूबरू विजिट करके ही समझा जा सकता है।

इस मंडल में रोज विजिट में आने वाले श्रद्धालुओ की संख्या : 5 लाख
Location: Grant Road Khetwadi, Girgaum, Mumbai

5. GSB सार्वजनिक गणेश मंडल (किंग सर्कल) (1954)

मुंबई शहर के 'सबसे अमीर' गणेश पंडालों में गिना जाता है, इस साल भी जीएसबी सेवा मंडल की गणेशजी की प्रतिमा 69 किलो सोने, 336 किलो चांदी से सजी हुई है। मंडल ने इस वर्ष, 360 करोड़ रुपये का बीमा कवर लिया है - संभवतः यह किसी मंडल द्वारा लिया गया सबसे अधिक बीमा कवर है। जिसमें सोने, चांदी और अन्य मूल्यवान वस्तुओं से लेकर पुजारी, सेवक गण, रसोइया, सुरक्षा गार्ड और पंडाल के सभी कर्मचारियों का बीमा शामिल है। यह मंडल पांच दिनों तक गणपति उत्सव मनाता है और मंडल में भक्तों को केले के पत्तों पर प्रसाद परोसा जाता है। 

इस मंडल में रोज विजिट में आने वाले श्रद्धालुओ की संख्या : 6 लाख
Location: King's Circle, Matunga, Mumbai

4. चिंचपोकली चा चिंतामणि (1920)

1920 में स्थापित और मुंबई का सबसे पुराना, चिंचपोकली का चिंतामणि मुंबईकरों के लिए प्रमुख आकर्षणों में से एक है। इस पंडाल की मूर्ति परेल की कार्यशाला में तैयार होती है यहां बप्पा के आगमन से थोड़े दिनों पूर्व 'आगमन सोहला' नामक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है, जो इस पंडाल की विशिष्टताओं में से एक है।

इस मंडल में रोज विजिट में आने वाले श्रद्धालुओ की संख्या : 7 लाख
Location: Chinchpokli, Mumbai

3. अंधेरी चा राजा (1966)

1966 में गोल्डन टोबैको कंपनी, टाटा स्पेशल स्टील और एक्सेल इंडस्ट्रीज कारखानों के श्रमिकों द्वारा "आजाद नगर सार्वजनिक उत्सव समिति की स्थापना की गई थी। इस गणेश को पहले इच्छा पूरी करने वाले गणेश के नाम से जाना जाता था, पर वर्तमान में यह अंधेरी के राजा नाम से प्रसिद्ध है। इस पंडाल में दर्शन हेतु रोजाना लाखों लोग शामिल होते हैं, और प्रसाद आदि का लाभ लेते है। यहां बप्पा की प्रतिमा को "अनंत चतुर्दशी" नामक एक विशेष दिन पर विसर्जित किया जाता है।

इस मंडल में रोज विजिट में आने वाले श्रद्धालुओ की संख्या : 8 लाख
Location: Azad Nagar, Andheri West, Mumbai

2. मुंबई चा राजा (1928)


सन 1928 में स्थापित लालबाग सार्वजनिक गणेश उत्सव मंडल या मुंबई चा राजा, के रूप में जानें जाना वाला यह मंडल, मुंबई का एक फेमस और पुराना पंडाल है। इसकी भव्यता देखते ही बनती है, बप्पा के दर्शन हेतु यहां भी लंबी लाइनें लगती है, अंदाजित रोज के 12 लाख से भी अधिक भक्त बप्पा के दर्शन के लिए आते है, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है।

इस मंडल में रोज विजिट में आने वाले श्रद्धालुओ की संख्या : 12 लाख
Location: Ganesh Galli, Lalbaug, Mumbai

1. लालबाग चा राजा (1934)

गणपति उत्सव की बात हो और लालबाग के राजा का नाम मन में न आये यह नहीं हो सकता, मुंबई और देशभर में सबसे लोकप्रिय एवम् प्रसिद्ध यह मंडल द्वारा आयोजित गणेशोत्सव देखने, देश के विभिन्न राज्यों से लोग आते है। इसके अलावा कई प्रसिद्ध सेलिब्रिटी, क्रिकेटर्स और अन्य लोकप्रसिद्ध लोग भी लालबाग के राजा के दर्शन हेतु आते है। 

इस मंडल में रोज विजिट में आने वाले श्रद्धालुओ की संख्या : 15 लाख 
Location: Lalbaug, Parel, Mumbai

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ